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Kya paristhitiyon ke dwara ham bhagya badal sakte hain

Kya  Paristhitiyon ko swikar karke ham  apna bhagya badal sakte hain:   कारण कर्म सिद्धांत , दर्शनशास्त्र का एक सिद्धांत है। यह भारतीयों के मन मस्तिष्क पर अच्छी तरह से अंकित है।  चाहे आप इसे हमारा अंधविश्वास कहें या विज्ञान के परे का ज्ञान कहें, मैं भी इसी सिद्धांत पर अपनी सहमति व्यक्त करता हूं। इसी सिद्धांत के आधार पर।मैं निम्न प्रश्नों पर चर्चा कर रहा हूं ,कि  कैसे हम अपने (Bhagya ko Badal skate Hain) भाग्य को बदल सकते हैं? कैसे हम अपने  ( Bhagya  ka Nirman ) भाग्य  का निर्माण कर सकते हैं? किसी भी कर्म के पीछे कारण होता है। बिना कारण के कर्म नहीं होता है। जब कर्म होता है, तो फल जरूर मिलता है। चाहे कर्म किसी भी रूप में हुआ हो, वह फल के रूप में जरूर बदलेगा या हमारे सामने आएगा। जब हमारे कर्मों का फल हमारे सामने आता है, तो हम सभी दो प्रकार से प्रतिक्रिया करने के लिए तैयार रहते हैं। यदि कर्म का फल सकारात्मक है, तो हम अपने को भाग्यशाली मानकर खुश होते हैं। यदि परिणाम हमारे हिसाब से प्राप्त न हो,तो  हम सुरक्षा के मूड में आ जाते हैं य...