Sahanubhuti and Samanubhuti men kya difference hai ? इस article के माध्यम से मैंने अपने अनुभव के आधार पर Sahanubhuti and Samanubhuti men kya difference hai पर अपने विचार आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं। क्या Sahanubhuti and Samanubhuti एक ही हैं या गहराई में इनके अर्थ अलग-अलग हैं ? सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है, कि समानुभूति और सहानुभूति दोनों में मुख्य अंतर क्या है? 1: S amanubhuti ( समानुभूति ) का मतलब है दूसरे या सामने वाले के इरादों को सुनना और सुनकर समझना और फिर महसूस करके अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करना । प्रतिक्रिया मौन भी हो सकती है और आखों से आसुओं के रूप में भी व्यक्त हो सकती है। अर्थात जो मेरे अंदर चल रहा है वहीं दूसरे के अंदर भी चल रहा है। Samanubhuti ( समानुभूति ) मेंं दूसरे व्यक्ति के आन्तरिक जीवन एवं दशा के प्रति हमारा दृष्टिकोण व्यापक एवं समस्या को हल करने पर आधारित होता है । समानुभूति का अर्थ है अन्दर से वैसा ही अनुभव करना जैसा दूसरा व्यक्ति अनुभव करता है । 2 : Sahanubhuti ( सहानुभूति ) एक मूल्यांकन की तरह है। दूसरों के मनोभाव तथा विचारों पर प्रतिक्रिय
In this latest blog we have tried to explore the interesting relationship between way of living, thought process and destiny. How the choices we make in life, combined with our mindset, can determine the path of our destiny. Join us on this enlightening journey to better understand the deep connection between your actions, thoughts, and the course of your life. The Key is "Thoughts =>feelings=>Attitude=>Actions=> Personality=>Destiny"