Adaton ka nirman and badlne ka niyam kya hai?(आदतों का निर्माण एवं बदलने का नियम क्या है?)
- क्या adaten हमारे future ka nirman करती हैं ?
- क्या सही adaton ka nirman करने से हमारे काम आसान हो जाते हैं?
- क्या जैसी हमारी आदतें होती हैं ,वैसा ही हमारा भविष्य भी होता है?
- क्या हमारी आदतें , हमारे भविष्य की नीव हैं ?
इन्ही प्रश्नों के जवाब को लेकर मैं इस ब्लॉग में adaton के निर्माण एवं बदलने के बारे मे चर्चा कर रहा हूं।
मेरा अपना अनुभव भी यही कहता है कि एक सामान्य Aadat भी कितनी powerful हो सकती है । Aadat हमारी बनाई हुई है, यह प्रकृति द्वारा प्रदत नहीं है।
- सबसे बड़ी बात है। Adaten जाने अनजाने में बनती हैं।
- Adaton को बदला भी जा सकता है।
- Adaten हमारे दिमाग में गहराई में Store रहती हैं। ये आदतें एक प्रकार से Software के रूप मे संचालित होती है , जिसे हमने ही जाने अनजाने में बनाया है।
- यह हमारे पांच इन्द्रियों द्वारा चेतन मन को दी गयी सूचना के आधार पर बनती है।
- और जब कोई कार्य कई बार रिपीट होता है , तो अवचेतन मन उस कार्य की Information को अपने अंदर store कर लेता है। यही संग्रहित सूचना हमारी Adat बन जाती है।
यही हमारी adat बन चुकी होती है और हम इस आदत के गुलाम हो जाते हैं। इसलिए adaton के इस गुण का उपयोग हम एक powerful tool के रूप में करके adaton ko badal सकते हैं।
Kya Adaten Powerful Hoti hain?
Adaten इतनी प्रभावशाली होती हैं कि इन्हें जड़ से मिटाना आसान नहीं होता। कंप्यूटर की भाषा में कहें तो एक बिट के रूप में यह आपके अंदर मौजूद रहती है। उपयुक्त परिस्थितियां मिलने पर फिर से Adaton की फाइल खुलती रहती है।
HABIT को निम्न रूप में परिभाषित कर सकते हैं।
- H- Have a Bit in you.
- A- A Bit in you.
- B- Be it in you
- IT- it remain within you.
किसी आदत को खत्म करने पर भी उसका एक अंश हमारे अंदर मौजूद रहता है। तो क्यों न हम आदत के इस पावरफुल टूल का उपयोग अपने भविष्य को बनाने में करें।
Have a Bit remain in you.
Bit का अर्थ है (0,1) computer की सबसे छोटी storage memory की माप की इकाई है।
- आदत का अर्थ है कि एक आदत को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता है ।
- आदत एक छोटा अंश आपके अन्दर हमेशा मौजूद रहता है।
- अब आप समझ सकते हैं, कि आदत कितनी powerful होती हैं।
क्या Adaten इतनी शक्तिशाली होती है ? कि हमारी भविष्य का nirman कर सकें? Adaten एक सामान्य सी बात या कार्य के रूप में शुरू होती है। लेकिन समय के साथ एक शक्तिशाली प्रभाव का केंद्र बनती है।
यही सत्य है, जाने अनजाने में हम बहुत सारी adaton ka nirman अपने जीवन में करते रहते हैं। इन्हीं आदतों की वजह से हम भविष्य में इसके प्रभाव व परिणाम की फसल काटते हैं।
ऐसा क्यों होता है,कि एक व्यक्ति धनी है ,तथा दूसरा निर्धन। इसका सामान्य सा जवाब है,कि उस व्यक्ति की आदत , उसका भविष्य निर्धारित करती है।
Habit की Full form का example देखकर हम कह सकते हैं कि, आदत को बदलने पर भी. कुछ अंश आदत के रूप में हमेशा मौजूद रहते हैं।
यदि हम ने सही समय पर अच्छी adaton ka nirman कर लिया तो हम Feature में इसके सुखद परिणामों की फसल काट सकते हैं।और अपना भविष्य सुखद बना सकते हैं।
- एक सही adat का परिणाम भविष्य में आश्चर्यजनक रूप से हमारे सामने आयेगा।
- एक छोटी सी अच्छी दूसरी सही का निर्माण करती है। इस कारण आदतें हमें सफलता की ऊंचाईयों पर पहुंचायेंगी।
- सही कार्य करने से सही adaton ka nirman होता है।
- अस्तित्व का नियम भी है कि सही काम करें और सही फसल कांटे।
Adaton ka nirman kaise hota hai? आदतों का निर्माण कैसे होता है?
अनुसंधान के अनुसार किसी कार्य को करने के लिए हमारा दिमाग सबसे कम मेहनत वाला Method अपनाता है। इसी कारण adaton ka nirman होता है।
- दिमाग द्वारा किसी कार्य को adat बना लेने से दिमाग के अन्य हिस्से को आराम मिलता है।
Example. सुबह - सुबह दांत साफ करना।
दांत साफ करना एक powerful adat है, ना चाहते हुए भी प्रत्येक दिन हम दांत साफ करते हैं। इसके पीछे शुरू में कुछ भी कारण रहा हो, लेकिन इसका परिणाम में हमारी एक adat विकसित हो गयी।
सुबह दांत साफ करना एक आदत है।
- लेकिन यह adat कैसे बनी इसके पीछे हमारा अन्तिम परिणाम होता है " स्वस्थ एवं चमचाते दांत" ।
- यही परिणाम है , जो हमारे दिमाग में feed होता है और हमें मजबूर करता है, कि हमें दांत साफ करने है ।
- यही हमारी adat बन जाती है और हमारे भविष्य के निर्माण में सहायक है।
दांत साफ करने से हमारे स्वच्छ रहने की दूसरी adat banti है। जब हमारी स्वच्छ रहने की आदत बनती है, तो हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
इसके परिणाम में हमारे कार्य करने की क्षमता व्यवहार आदि पर फर्क पड़ता है। अच्छी adaton ke karan भविष्य का nirman होता है।
एक छोटी सी आदत बड़े-बड़े कारण का परिणाम बनती है और यही यही सत्य है। जैसे एक इस प्रकृति में एक छोटे से बीज के अंदर की विशाल पेड़ का गुण मौजूद होता है।
Adat Nirman :आदत निर्माण के पीछे तीन कारण होते हैं
- जाल या संकेत
- संक्रिया
- फल या परिणाम।
Example.
- Cigarette पीने का शौक एक जाल है।
- Cigarette सुलगाना एवं पीना एक संक्रिया है। बार बार Cigrette पीना।
- Cigarette पीने के बाद मिलने वाला निकोटीन से रोमांचित होना एवं आन्नद मिलना फल या परिणाम है।
खेल की आदत से अनुशासन की आदत विकसित होती है।
बच्चे या हम कहीं भी खेलें। जैसे कि गली में , मोहल्ले में ।
- परिणाम के रूप में खेल की adat से हमारे अंदर दूसरी आदत , अनुशासन की आदत विकसित होती है।
- यह adat हमारे दिमाग के एक कोने में फीड हो जाती है और हमें पता भी नहीं चलता है ।
Example:
- जैसे क्रिकेट खेल एक फन्दा है।
- खेलना एक संक्रिया है ।
- और इसका फल , आनंद है।
इसी प्रकार से अन्य adaton ka nirman कर सकते हैं। हमारे जीवन को सही और गलत दोनों adaton का प्रभाव पड़ता है।
आदत एक बीज के रुप में शुरू होती है।
शुरू में कोई भी वयस्क या किशोर शौक के लिए सिगरेट पीते हैं।वे सोचते हैं , कि एक दो बार सिगरेट पीने से कुछ नहीं होने वाला। आज के बच्चे अपने role modal को follow करते हैं।
एक छोटे से शौक के भ्रम में फंस जाते हैं। वही शौक एक जाल है। आनदं इसमें परिणाम है। बार बार शौक के लिए क्रिया करना संक्रिया है।और यह एक आदत बन जाती हैं।
हमारा दिमाग हर एक सिगरेट पीने की Information को दिमाग में Store कर देता है। ऐसा क्यों होता है ?
जब हमने शौक के लिए सिगरेट पीना शुरू किया था तब " रोमांच एवं शौक " के बीज " आनंद " के रूप में दिमाग में Store हो गए थे।
चेतन मन शौक एवं आनंद की information को अवचेतन मन के हवाले कर देता है।अवचेतन मन इस information की file को अपने अंदर store कर लेता है।
- जो बाद में वैसी ही परिस्थितियां पैदा करने के लिए हमें उकसाते हैं।
- दिमाग में शौक के रसायन अपना काम शुरू हैं। हमें उस कार्य को करने के लिए मजबूर करते हैं। फिर परिणाम में ऐसा करना एक आदत बन जाती है।
- आदत का बनना दिमाग के स्तर पर होता है।
इसलिए ध्यान दें कि हम कहीं किसी जाल में तो नहीं फंस रहे हैं?
अच्छी आदतें कैसे (adaten kaise) विकसित करें ?
यहां पर हमने देखा कि आदतें एक powerful tool है। तो क्यों ना हम अपने अंदर achi adaton को विकसित करें भविष्य में सफलता की फसल काटें।
Solution:
- आदत को बदलना।
- दिनचर्या में बदलाव करना।
- Thought Process को Change करना।
आदत में बदलाव करने के लिए संयम और मजबूत इरादा चाहिए। Adat badlane में समय लगता है।
Solution:
आज हम जहां है ,जिस व्यवस्था में है,उससे भविष्य में मिलने वाले परिणाम प्रभावित नहीं होते हैं। बल्कि आपके दिमाग में कौन सी आदत पावरफुल रूप में है, उसी के अनुसार भविष्य में मिलने वाले परिणाम प्रभावित होते हैं। क्योंकि एक आदत आपको उसी प्रकार का कार्य करने के लिए मजबूर करती है।
Adaton ko badlne ka niyam: आदतों को बदलने का नियम ।
सबसे पहले adaton ko badlane की बात छोड़ दें। सबसे पहले स्वीकार करें कि मेरे अंदर यह आदत है। बार-बार पुरानी आदत, आने पर ध्यान को नहीं आदत या नया कार्य की ओर मोड़ने का प्रयास करें। या कोई नया काम शुरू करें।
यदि हम पुरानी आदत पर बार-बार ध्यान देते हैं ,तो हम एक तरह से उस आदत के बीज को पानी देने का कार्य कर रहे हैं। और परिणाम में वह फलेगा फूलेगा।
Adat ko badalne ka Sutra.आदतों को बदलने का सूत्र।
बुरी adaton को जड़ से नहीं मिटाया जा सकता है। बुरी adaton को केवल नई दिशा में परिवर्तित किया जा सकता है।
- जाल/ संकेत ------>नियमित संक्रिय---------> फल/ परिणाम
इसलिए आदतें लगातार हमारे चरित्र और व्यवहार का हिस्सा होती है। यही आदतें हमारी प्रभाव को प्रभावित करती है।
जितने समय में कोई आदत बनती है , उससे दुगने समय में adaton ko badlne में लगता है। इसलिए हम आसानी से आदतों को छोड़ नहीं सकते है। आदत हमारे जीवन का एक हिस्सा बनी रहती हैं।
- पुरानी जाल/ संकेत का इस्तेमाल करना जारी रखें।
- फल /परिणाम को भी जस का तस रखें।
- सिर्फ संक्रिया को बदल दें।
ऐसा करने से पुरानी आदतों को नयी आदतों में बदला जा सकता है। उदाहरण के लिए धूम्रपान की आदत तब तक नहीं छोड़ी जा सकती जब तक धूम्रपान से मिलने वाले निकोटिन की इच्छा को शांत करने के लिए और कोई अन्य क्रिया नहीं मिल जाती।
- अर्थात जाल/संकेत को देखते हुए नयी संक्रिया जोड़ देने से adat ko badala जा सकता है।
- केवल संक्रियाओं को बदलने से ही लोगों की adaton के व्यवहार में परिवर्तन आता है।
धूम्रपान की आदत छोड़ने के लिए निम्न प्रश्नो के उत्तर दें।
- अपने आप से पूछें कि क्या आपको निकोटिन पसंद है ?
- क्या आप धूम्रपान शरीर की संवेदनाओं को शांत करने के लिए करते हैं। ये दोनों प्रश्न जाल/संकेत हैं।
संक्रिया को बदलना
- धूम्रपान करने की जगह वह समय पर आप चाय या कॉफी पी सकते हैं। क्योंकि इससे भी निकोटिन प्राप्त होगा।
- लेकिन संक्रिया बदल जाएगी और संक्रिया बदलने से फल/परिणाम बदल जाएगा।
- इस प्रकार पुराणी आदत को नयी adaton me parivartan किया जा सकता है।
फल/परिणाम पर ध्यान नहीं देना है। केवल संक्रिया में बदलाव करना ही काफी है।धूम्रपान करने की तलब लगने पर टॉफी या अन्य पदार्थ ले सकते हैं।
कुछ व्यायाम कर सकते हैं या विचार प्रक्रिया को बदल सकते हैं। इससे संक्रिया में परिवर्तन हो जाएग।
यह नियम काम करता है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण niyam विश्वास का नियम है। थॉट प्रोसेस को चेंज करने का नियम है। इन दोनों niyamon se adaton me parivartan kiya जा सकता है।
Acchi aadatan ke gathan ke niyam: आदत को बदलने (Adat ko badlane ke niyam) के तीन चरण हैं।
अच्छी आदतों के गठन के आधारभूत नियम। नवयुवकों की शिक्षा में निम्नलिखित तथ्यों को आवश्यक रूप में समझाना।
- स्पष्ट मस्तिष्क।
- स्वस्थ शरीर ।
- स्वस्थ विचार की शक्ति को पहचानना।
स्पष्ट मस्तिष्क एवं स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ विचार की शक्ति पनपती है। यह एक बीज बोने जैसा है तभी यह बिज भविष्य में स्वस्थ आदत के निर्माण में सहायक होगा।
जो इन तीन तथ्यों को आत्मसात कर लेता है, वही आदतों को बदल भी सकता है। क्या करें?
- पुरानी adaton के प्रभाव और परिणाम पर गहराई से ध्यान देना है।
- उस हल की ओर जाने का प्रयास करें , जिसका हल केवल अवचेतन मन में है। अर्थात अपनी पुरानी आदत के बदले नयी आदतें बनाने हेतु रात को सोने से पहले अपनी पुरानी आदत को अवचेतन मन के हवाले कर दें।
- पुरानी adat ko baddalne में गहरे यकीन का अनुभव करते हुए निश्चिंत हो जाये। अपने अवचेतन मन पर विश्वास करते हुए धैर्य धारण करते हुए यकीन रखना आवश्यक है,कि यह सूत्र जरूर काम करता है ।
सबसे पहले अपने अवचेतन मन पर विश्वास करें कि यह १००% काम करता है। आपके दिल की धड़कन को धड़काना नहीं पड़ता है, बल्कि अवचेतन मन में इस दिल की धड़कन की फाइल पहले से स्टोर्ड है। यही आदत की फाइल दिल को धड़काती रहती है और हम जिंदा हैं।
इस प्रकार कह सकते हैं , कि हमारी आदतों की फाइल या Acchi aadatan ke gathan ke niyam की फाइल , हमारे अवचेतन मन में stored रहती है। अच्छ एवं बुरी दोनों प्रकार की फाइल हमारे दिमाग में stored रहती हैं।
बस हमें उस गलत फाइल को delete करना आना चाहिए । यह फाइल उसी प्रकार के नियम से delete होती है जैसे एक सफेद कपड़े पर काला नाग लगने पर उसे बार-बार साफ करना होता है।
अवचेतन मन हमेशा आपके लिए काम करता है। यदि आपके अवचेतन मन ने परिणाम के रूप में मिलने वाले फायदों को स्वीकार कर लिया तो हंड्रेड परसेंट रिजल्ट आपके फेवर में काम करता है।
Suggestion :सुझाव एक प्रकार की ऊर्जा है।
एक कुशल व्यक्ति की तरह अच्छे रचनात्मक सुझाव का प्रयोग करना होगा। यह एक चिकित्सा विधि है तभी आप अपनी पुरानी आदतों की छवि में बदलाव ला सकते हैं। पुरानी adaton की वजह से आप अपना जीवन , आज इस तरह से जी रहे हैं।
आज की आदत आपके भविष्य में भी परिणाम देगी । आत्म सुझाव एक माध्यम है, जो आप के नकारात्मक विचारों शब्दों के ढेर से आपको बाहर निकालेगा। अन्यथा यह आपकी जीवन की छाप को खराब कर सकता है। ऐसी स्थिति में सही adaton ka viakas होना कठिन है।
सुझाव एक प्रकार की ऊर्जा है। इसे कर्म की आदत तक परिवर्तन होना है। यदि आपको अपनी अवस्था में उभरना है , तो आपको अपनी adaton men badlav karna होगा। इसका सबसे बेस्ट तरीका है।
- पहले छोटे- छोटे बदलाव करने होंगे।
- ये छोटे छोटे बदलाव adaton के फंदे को तोड़ देते हैं।
- आदत हमेशा फन्दे से शुरू होती हैं ।
- नयी adat ke nirman के लिए सही फन्दे का चुनाव करें।
यही niyam adat ko badlane ka kam करता है।
- लेकिन सबसे महत्वपूर्ण नियम विश्वास का नियम है।
- विचार प्रक्रिया को चेंज करने का नियम है
In Conclusion:
Adaten गुरुत्वाकर्षण बल की तरह होती है जिसका एहसास होता है, दिखती नहीं है। जिस प्रकार से सुबह सुबह उठने के लिए एक शक्तिशाली मनोबल की आवश्यकता होती है।
ठीक इसी प्रकार आदत बनाने के लिए हमें मनोबल को मजबूत करना होता है। एक सही आदत दूसरी सही आदत की नीव डालती है। यह भी उतना ही सही है कि एक गलत आदत दूसरी गलत आदत की भी नहीं डालती है।
इसलिए adaton(आदतों ) के चुनाव में हमें जागरूक होना होगा , कि हम अपनी इन्ही adaton के कारण अपने जीवन को संवार रहे हैं या बिगाड़ रहे हैं। इसलिए हमें adaton के चयन में ध्यान रखना चाहिए।
हमारी will power हमारी adaton ko badalne के लिए तथा नयी आदतों के निर्माण के लिए आवश्यक है। आदत है एक दिन में नहीं बनती है।
प्रकृति के नियम के अनुसार हमारी आदतों को बनाने में समय लगता है। लेकिन आदतें हमारे भविष्य को निर्धारित करती हैं।
भविष्य में हम कहां होंगे हम कितने सफल होंगे, हमारा जीवन कैसा होगा? हमारा स्वास्थ्य कैसा होगा ? इन सब प्रश्नों के उत्तर आज की हमारी adaton में निहित है। हमारी adaten हमारा bhagya और हमारे future ka nirman करती हैं।
Comments
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.