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Avchetan man : kary | mahatav or upyog kaise karen

Avchetan man ka kary mahatav or upyog : अवचेतन मन का कार्य महत्व और उपयोग।

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Avchetan man ke kary avm mahatav को जानकर हम avchetan man ka upyog अपनी समस्याओं और रोगों के उपचार हेतु कर सकते हैं। बशर्ते विश्वास होना जरूरी है और  Avchetan man (अवचेतन मन)  ka upyog तभी प्रभावी रूप से kary करेगा जब हमें पूर्ण विश्वास के साथ प्रार्थना करते हैं। 

आज तक आपको आपकी प्रार्थनाओं के उत्तर नहीं मिले हैं ,  तो इसके लिए सिर्फ आप ही जिम्मेदार हैं।  आपके विश्वास में कमी के कारण ऐसा हुआ  है। 

Avchetan man(अवचेतन मन) का  सिद्धांत ,  आप के विश्वास के हिसाब से संचालित होता है। आज मैं इस ब्लॉग के माध्यम से Avchetan man ke kary avm mahatav तथा iske upyog अपने सुंदर भविष्य के लिए kaise karen , पर चर्चा कर रहा हूं। 

मन के दो प्रकार मोटे तौर पर हम दो प्रकार  से बांट सकते हैं। 

Chetan Mind and Avchetan Mind:चेतन मन और अवचेतन मन

चेतन मन तर्क  करने वाला मन है। चेतन मन बाहर की परिस्थितियों से प्रभावित होकर , पांच इंद्रियों के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करता है। इन सूचनाओं के आधार पर  तर्क करता है ,और विचार प्रकट कर ,  Avchetan man (अवचेतन मन)   के हवाले कर देता है। 

अर्थात चेतन मन एक गेटकीपर की तरह है , जो सूचनाओं को फिल्टर करके सूचना को आगे बढ़ाता है। हमारा पूरा जीवन चेतन और अवचेतन के बीच होने वाली सूचनाओं के पारस्परिक आदान-प्रदान पर आधारित होता है। 

आइए जानते हैं कि avchetan man kaise kary  करता है avm iska upyog kasie karen ? हमारे शरीर की आंतरिक संपूर्ण क्रिया प्रणाली को अवचेतन मन control  एवं क्रियान्वित करता रहता है।

इसी सिद्धांत को ध्यान में धारण कर हम avchetan man ka upyog अपनी  समृद्धि के लिए कर सकते हैं। 

Avchetan man : अवचेतन मन

इसकी अपनी कोई इच्छा नहीं होती है। पांच इंद्रियों के माध्यम से जो ज्ञान हमने इकट्ठा  किया है, उसी ज्ञान को हम सही मानते हैं।  हमें अपनी समस्याओं व बीमारियों का हल भी हम इसी चेतन मन के सहारे ढूंढने का प्रयास करते हैं। 

क्या Avchetan man(अवचेतन मन)  के सहारे हम समस्याओं का हल ढूंढ सकते हैं?  इस प्रश्न का जवाब है, हां, हमारे अवचेतन मन द्वारा शरीर के सभी अंगों का संचालन होता रहता है। 

ऊपर लिखे प्रश्नों का जवाब है Avchetan man (अवचेतन मन)   शरीरी के सभी अंगों के karya को control करता है। 

एक तरफ Avchetan man(अवचेतन मन)   जहां शरीर के फंक्शन को संचालित करता है ,वहीं दूसरी तरफ चेतन मन द्वारा दी गई सूचना को भी एक तरह से स्वीकार करता है। इसी  सूचना के आधार पर कार्य को अंजाम देता हैं। 
  • Avchetan man (अवचेतन मन)   मस्तिष्क के खेत में हर प्रकार के सही तथा खराब दोनों प्रकार के बीज को स्वीकार करता है। 
  • अर्थात सकारात्मक और नकारात्मक विचारों को समान रूप से स्वीकार कर फंक्शन करता है  और Avchetan man (अवचेतन मन) दोनों विचारों पर प्रतिक्रिया करता है।
एक सर्वशक्तिमान मन का नियम यह है।  जिस प्रकार का  विचार आप अपने चेतन मन में स्वीकार करते हैं , उसी के अनुरूप आपका avchetan man kary karta hai . 

एक तरफ से चेतन मन क्रिया है , तो Avchetan man (अवचेतन मन)  इस पर प्रतिक्रिया कर परिणाम देता है। इस सर्वशक्तिमान का नियम हम अपने जीवन में समस्याओं व बीमारियों को दूर करने में कर सकते हैं। 

Avchetan man Body ke Functions  kaise Control karta hai.  

Avchetan man (अवचेतन मन)   पांच इंद्रियों से प्राप्त  ज्ञान के आधार पर कार्य करता है। जब आप सोए हुए होते हैं। उस समय भी आपके दिल की धड़कन लयबद्ध तरीके से धड़कती रहती है।  

हमारी  सांस सोते हुए भी समान्य गति से चलती रहती है। हमारा भोजन स्वयं पचता रहता है।   रक्त परिसंचरण अपना  काम बखूबी करता रहता है। हमारी cells का  निर्माण व मरम्मत का कार्य अच्छी तरह से , सोते हुए एवं आराम करते हुए ही होता है।   
  • इसलिए आराम करने के बाद हम स्वस्थ महसूस करते हैं। क्या यह एक बड़ी घटना नहीं है।  जहां एक और हमारा चेतन मन सूचनाओं के जाल में फंसता जाता है , वहीं दूसरी तरफ हमारा Avchetan man (अवचेतन मन)   शांत पूर्वक होकर , हमारे शरीर के अंगों की  मरम्मत का कार्य  करता रहता  है। 

सोते हुए  हमारा चेतन मन तर्क नहीं करता है। इस नियम व विचार को हथियार बनाकर हम अवचेतन मन को सकारात्मक सुझाव देकर किसी भी समस्या व बीमारी से मुक्त हो सकते हैं। 

Avchetan man ki racnatmak Shakti . अवचेतन मन   की रचनात्मक शक्ति से जीवन को संवारना। 

सब  से पहले हम यह जान गए हैं , कि हमारे शरीर के 90 %  कार्य को Avchetan man (अवचेतन मन)  कंट्रोल करता है।  जब चेतन मन सो जाता है , तब Avchetan man, maximum  क्षमता से kary करता है।
  • यदि हम किसी रचनात्मक सुझाव को सोने से ठीक पहले पहले 5 बार रिपीट कर विश्वास के साथ अपने  Avchetan man (अवचेतन मन) से कहते हैं, तो यह संदेश /सुझाव हमारे अवचेतन मन में पहुंच जाता है। क्योंकि सोने से ठीक पहले उनींदी अवस्था में , चेतन मन प्रभावी नहीं रहता है।
  • जो भी सुझाव हमने Avchetan man (अवचेतन मन) को दिया है, वह सुझाव हमारे सोने के दौरान  काम करना शुरू कर देगा और परिणाम  हमारे शरीर में फलीभूत होंगे। 
हमारा Avchetan man (अवचेतन मन)  कभी आराम नहीं करता है। सोते जागते  समय आराम नहीं करता है।  और हमारे शरीर के सभी अंगों को सुचारु रुप से कंट्रोल करते हुए सेवक की तरह  कार्यकर्ता रहता है।  
हमारे Avchetan man (अवचेतन मन) इस शरीर एवं  इस अस्तित्व  के बीच की कड़ी है।  जो अनंत बुद्धिमता और असीमित ज्ञान से भरपूर है। इसके अंदर जीवन का सार है , इसलिए आपकी कोई समस्या है,या आपको कोई बीमारी है ,तो इसे हवाले कर दें।


आपका विश्वास, धैर्य एवं  शांति के साथ Avchetan man (अवचेतन मन)  को दिए गए रचनात्मक सुझाव आपके सामने परिणाम जरूर लाएंगे। 

प्रत्येक व्यक्ति  का विश्वास एवं  रचनात्मक विचार अलग-अलग होता है। इसलिए व्यक्ति विशेष के अनुभव एवं परिणाम भी अलग अलग होते हैं, लेकिन  परिणाम  जरूर मिलेंगे। 

Avchetan man body ke rog kaise theek karta hai . अवचेतन मन  शरीर के रोग को, कैसे ठीक करता है?

आपके हाथ में स्मार्टफोन है।  यह  किसी ने बनाया है।  जिसने भी इसे बनाया है , पहले उसके दिमाग में स्मार्टफोन बनाने का विचार आया होगा। 

उस निर्माता के दिमाग में यह भी  विचार आया होगा , कि यदि यह स्मार्टफोन  खराब हो जाए तो इसे  ठीक कैसे किया जाएगा? वहीं निर्माता  खराब स्मार्टफोन को ठीक करने का सूत्र भी जानता है।
  • ठीक इसी प्रकार हमारे शरीर का निर्माण अवचेतन मन में संग्रहित इनर लाइफ  सॉफ्टवेयर द्वारा हुआ है। वह भी एक छोटी  सी कोशिका से  इस पुरे शरीर का निर्माण हुआ है।  ़़
यदि हमारे शरीर में कोई बीमारी आ गई है या  मन में कोई समस्या है, तो इसका समाधान भी Avchetan man (अवचेतन मन) में ही है।  इसी विश्वाश के साथ हम अपने रचनात्मक सुझावों द्वारा बीमारी एवं समस्या से मुक्ति पा सकते हैं। 

Avchetan man ka shidhant अवचेतन मन   का सार्वभौमिक सिद्धांत

Avchetan man (अवचेतन मन)  हमारे शरीर की सभी जरूरी क्रियाओं पर नियंत्रण रखता है। उसे सभी समस्याओं के जवाब पता है। 
हमारा अवचेतन मन हमारे भलाई के लिए हर समय  एक सेवक की भांति काम पर  लगा रहता है। 

Avchetan man (अवचेतन मन)  हमेशा हमारे स्वस्थ शरीर एवं  स्वस्थ मन के लिए कार्य करता रहता है। हमारे फायदे के लिए हमेशा एक षड्यंत्र रचता रहता है। 

उदाहरण के लिए यदि हम कुछ गलत खाना खा लेते हैं , तो यह उसे उल्टी के रूप में बाहर कर देगा। हमारे अवचेतन के पास सभी समस्याओं का समाधान है।

COVID19  के दौरान भी इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति का भारत में रिकवरी रेट बहुत हद तक सही था।  जबकि कोई दवाई भी नहीं थी।  कहीं न कहीं Avchetan man (अवचेतन मन)   की  strong immunity अपना काम कर रही थी।  

उदाहरण के लिए आप स्वयं चेक  कर सकते हैं , कि आपका Avchetan man (अवचेतन मन)  आपके सुझाव पर kary करता है या नहीं।   सोने से ठीक पहले विश्वास के साथ उनींदी अवस्था में , सुबह ४ बजे उठाने की प्रार्थना Avchetan man (अवचेतन मन)   से कर सकते हैं।  क्या  यह काम करेगा? यह  आपका अनुभव होगा।

 Avchetan man kis parkar kary karta hai ?अवचेतन मन  किस प्रकार कार्य करता है ?

Avchetan man दो प्रकार से kary करता है 
  • एक तो अपने inner life software  द्वारा पूरे शरीर की क्रिया प्रणाली को दिन-रात सुचारु रुप से संचालित करता है। यह चेतन मन का मूल कार्य है। हमारे लिए स्वस्थ शरीर की रचना करना।
  • दूसरा कार्य पांच इंद्रियों के माध्यम से प्राप्त ज्ञान से। यह ज्ञान चेतन मन द्वारा तर्कसंगत विश्वास द्वारा Avchetan man (अवचेतन मन)   को भेज दिया जाता है। 
मनुष्य के चेतन मन जिस प्रकार विश्वास करता है , उसी प्रकार का विश्वास अवचेतन मन द्वारा स्वीकार कर लिया जाता है। इस सूचना व विश्वास व सुझाव पर अवचेतन मन कार्य करता है। 

Avchetan man ka mahatav अवचेतन मन का महत्व 

आपके अलावा कोई भी आपको परेशान नहीं कर सकता। दुनिया का कोई व्यक्ति आपके मन की शांति को भंग नहीं कर सकता है। दूसरे के द्वारा दिए गए सुझावों की आपके ऊपर स्वतः कोई भी शक्ति कार्य नहीं करती है, जब तक कि आप अपने विचारों द्वारा उन्हें शक्ति प्रदान न करें ।

  • जब तक आप दूसरों के सुझावों को मस्तिष्क द्वारा स्वीकृती नहीं देते हैं,तब तक वह विचार सुझाव आप का कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। यदि आपके चेतन मन द्वारा दूसरों के सुझावों को स्वीकार कर लिया जाता है और Avchetan man (अवचेतन मन)  में भेज दिया जाता है,  तो वह विचार आपका अपना विचार बन जाता है। 

आज हमारी सभी परेशानियों, दूसरों के विचारों और सुझावों पर जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया करने के कारण हो रही है। इसके  कारण तनाव आज  की प्रमुख बीमारी है, जो अन्य साइकोसोमेटिक बीमारियों को जन्म देती है ।

अवचेतन मन  के उपयोग  से कैसे  (Avchetan man  ke upyog  se kaise ) खुशियां प्राप्त  karen?

  • सबसे पहले तो अपने अवचेतन मन को अपना रचियता माने। अपने विचारों में एक मुख्य परिसर स्थापित करें कि आपके अवचेतन मस्तिष्क का  अनंत ज्ञान आपका मार्गदर्शन एवं निर्देशन कर रहा है। 
  • आपका  Avchetan man (अवचेतन मन)  लगातार आपको मानसिक एवं शारीरिक रूप से समृद्ध कर रहा है। 

अवचेतन मन को रचनात्मक सुझाव देकर इसका उपयोग करें । 

  • अस्तित्व का अनंत ज्ञान मेरे सभी रास्तों का मार्गदर्शन और नेतृत्व कर रहा है। ईश्वर द्वारा बनाई गई  मेरी उत्तम प्रकृति के अनुरूप में मेरा Avchetan man (अवचेतन मन)  मेरी  उत्तम प्रकृति बनाने की छवि का निर्माण कर रहा है।
आपकी जो भी  परेशानियां हैं , जो भी समस्याएं हैं। सभी को अवचेतन मन के हवाले कर दें।  विश्वास करें की अवचेतन मन का सिद्धांत कार्य करता है।  
आप अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर भी  रचनात्मक सुझाव देकर avchetan man ka upyog kar समस्याओं से निजात पा सकते हैं। यह आपका अपना अनुभव होगा।

Avchetan man ke chamatkar: अवचेतन मन के चमत्कार 

चेतन मन किसी भी प्रकार की तुलना नहीं करता है, नहीं तर्क करता है। यह सोचता भी नहीं है।  सोचने व तर्क करने की प्रक्रिया चेतन मन द्वारा की जाती है। 

Avchetan man (अवचेतन मन)   केवल चेतन मन द्वारा send  की गई सूचना पर प्रतिक्रिया देता है। यह कभी भी विरोध नहीं करता है। साथ ही हमारे शरीर के सारे functions को  control  करता है। 

इस प्रकार कहा जाए तो Avchetan man (अवचेतन मन)   हमारे शरीर का निर्माता  है। इसी के पास हमारी सारी समस्याओं  के समाधान भी हैं। 

केवल बात इतनी सी है, कि हमें Avchetan man (अवचेतन मन)  ka mahatav avm iska upyog करना आना चाहिए।

In Conclusion: सारांश में 

अवचेतन मन के कार्यों का उपयोग हमारे दैहिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह अवस्था हमें स्वयं को सजग रखने, स्वस्थ निर्णय लेने और सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने में मदद करती है। 

अवचेतन मन के कार्य साकारात्मक सोच और सकारात्मक क्रियाएं प्रोत्साहित करने में भी सहायक होते हैं, जो जीवन को संतुलित और पुरस्कृत बनाए रखने में सहायक होता है। 

इसके अलावा, अवचेतन मन का सही उपयोग स्वतंत्रता, स्वाधीनता और सजगता की भावना को बढ़ावा देता है, जिससे व्यक्ति अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफलता प्राप्त कर सकता है।

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